देहरादून में शुरू किया गया दून डायलॉग अभियान
देहरादून - दून घाटी जनसंघर्ष समिति ने एक नई पहल के रूप में "दून डायलॉग" अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान दून घाटी के संरक्षण और पुनर्विकास के उद्देश्य से शुरू किया गया है। समिति का मानना है कि देहरादून, जो कभी अपने लीची, बसंती चावल, चाय बागान, और अन्य बेहतरीन चीजों के लिए जाना जाता था, आज प्रदूषण और अव्यवस्था का शिकार हो गया है।
अभियान के शुभारंभ के मौके पर समिति के अध्यक्ष अभिनव थापर ने कहा कि दून घाटी की पुरानी चमक को वापस लाने और इसे पहले की तरह सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए यह अभियान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देहरादून का पर्यावरणीय और सांस्कृतिक महत्व बनाए रखने के लिए सभी नागरिकों की भागीदारी जरूरी है।
अभियान के दौरान, दून डायलॉग के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं और सुझावों को संकलित किया जाएगा। इन सुझावों के आधार पर, समिति भविष्य की योजनाओं और कार्रवाइयों को निर्धारित करेगी। थापर ने यह भी बताया कि आने वाले समय में हस्ताक्षर अभियान और जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से आम जनता को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा, ताकि हर नागरिक अपने शहर की बेहतरी के लिए योगदान दे सके।
दून डायलॉग अभियान का लक्ष्य न केवल पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान ढूंढना है, बल्कि दून घाटी की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करना है। इसके तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें साफ-सफाई, पौधारोपण, और जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं।
इस अभियान की सफलता के लिए समिति सभी दूनवासियों से सक्रिय सहयोग की अपील कर रही है, ताकि मिलजुल कर देहरादून को एक बार फिर से उसकी पुरानी पहचान दिलाई जा सके।