साइबर ठगी का नया तरीका, महिला से 10 लाख रुपये ठगे
देहरादून: देहरादून के डालनवाला क्षेत्र में एक महिला के साथ साइबर ठगी का मामला प्रकाश में आया है। ठगों ने महिला को कूरियर अवैध होने की बात कहकर डराया गया और फिर वीडियो कॉल के जरिए 30 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान महिला से 10 लाख रुपये ठग लिए गए।
पीड़िता के अनुसार, 31 जुलाई को उसे एक फोन आया जिसमें बताया गया कि उसका कूरियर थाईलैंड जा रहा है और उसे रोक लिया गया है। इसके बाद उसे मुंबई क्राइम ब्रांच से जोड़ा गया और पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति ने उससे पूछताछ शुरू कर दी। महिला को धमकी दी गई कि अगर उसने सही जानकारी नहीं दी तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डर के मारे महिला ने ठगों की बात मान ली और उनसे कहा गया कि उसे बचाने के लिए 10 लाख 50 हजार रुपये देने होंगे। महिला ने बैंक जाकर यह रकम ठगों के बताए खाते में जमा कर दी। थाना डालनवाला के प्रभारी मनोज नैनवाल ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ठगों की तलाश में जुटी हुई है।
डिजिटल अरेस्ट का नया तरीका
यह साइबर ठगी का एक नया तरीका है जिसे डिजिटल अरेस्ट कहा जाता है। इस तरीके में ठग लोग अपने शिकार को बंधक बना लेते हैं और खुद को पुलिस या अन्य किसी एजेंसी का अधिकारी बताकर धमकाते हैं।
सावधान रहें
इस घटना से हमें सावधान रहने की जरूरत है। अगर आपको कभी इस तरह का कोई फोन आता है तो घबराएं नहीं और पुलिस से संपर्क करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें और अपने बैंक खाते की जानकारी गोपनीय रखें।