भूत गांव स्वाला की असल सच्चाई
चंपावत - आज हम आपको भूत गांव स्वाला की असल सच्चाई के बारे में बताएंगे । आपने इंटरनेट पर या टीवी पर या किसी न्यूज़ पेपर पर आपने भूत गांव स्वाला के बारे में जरूर सुना होगा । भूत गांव स्वाला चंपावत जिले में है और यहां पर कुछ भ्रम लोगों के बीच फैलाए गए हैं । भूत गांव स्वाला के बारे में हर जगह यही बात जानने को मिलती है की स्वाला गांव में भूत प्रेत निवास करते हैं और लोगों ने स्वाला गांव छोड़ दिया है ।
पुरानी कहावत
कहावत यह है कि भूत गांव स्वाला में आज से लगभग 55 साल पहले एक गाड़ी जो की आर्मी वालों की थी खाई में गिर गई और उनकी दुखद मौत हुई । बताया जाता है कि लोगों ने उन आर्मी वालों की मदद नहीं की तथा उनका सामान आदि लूटने की कोशिश की जिसके चलते वे भूत बनकर गांव वालों को सताने लगे और गांव वालों ने अपना गांव छोड़ दिया ।
असल सच्चाई
भूतों के गांव स्वाला की असल सच्चाई यह है कि वहां पर आर्मी का एक ट्रक गिरा जरूर था जिसमें कहीं जवानों की मौत भी हुई थी लेकिन उनकी आत्माएं भूत बनकर लोगों को डरा रही हैं और लोगों ने गांव छोड़ दिया है यह सब एक भ्रम है, गांव के कुछ परिवार आज भी स्वाला गांव के उसे छोटे से खंड में निवास करते हैं जिस स्थान को भूतों का गांव स्वाला कहा गया है । असल में वह भूतों का गांव स्वाला नहीं है , परंतु स्वाला गांव का ही एक छोटा सा खंड है । जो असली स्वाला गांव है वह रोड से ऊपर बसा हुआ है और भूतों का गांव स्वाला जिसको कहा जाता है वह रोड से नीचे है तथा वहां पर अभी भी कुछ परिवार रहते हैं और इसके अलावा स्वाला गांव के कुछ परिवार जो वहां नहीं रहते हैं वह लोग अपने स्वाला गांव से जाकर के वहां पर खेती-बाड़ी का काम करते हैं। आज से कई सालों पहले जिस स्थान से आर्मी का ट्रक गिरा था उसे स्थान पर एक देवी मंदिर भी बना दिया गया है, जिससे कि वहां पर गाड़ी गिरने की दुर्घटनाएं कम हो गई है।